शनिवार देर रात तहसील से 11 किमी दूर चचड़ेत गांव में लोग गो-त्यार मना रहे थे। गांव के पान सिंह अपनी पत्नी कविता के साथ आंगन में खड़े थे। साढ़े तीन साल की बेटी कविता की पीठ पर थी। इसी दौरान पास में ही घात लगाकर बैठा तेंदुआ मां की पीठ पर बैठी बेटी को झपटकर उठा ले गया। इसके बाद परिवार ने हो हल्ला कर ग्रामीणों को एकत्र कर लिया। सभी बच्ची को ढूंढने निकले। करीब डेढ़ सौ मीटर दूर बच्ची का शव मिला।इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी चंद्रा मेहरा के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है। क्षेत्रीय विधायक फकीर राम टम्टा, एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला, थानाध्यक्ष मनोज पांडेय, भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरज बिष्ट सहित बड़ी संख्या में लोग गांव पहुंचे।
विधायक ने मृत बच्ची के माता-पिता को ढांढस बंधाने के साथ ही वन विभाग से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और पिंजरा लगाने को कहा है।