बदायूं जिले में बीते शनिवार 17 सितंबर को एक दलित लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई है. वहीं 24 घंटे के अंदर पुलिस ने मामले के आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी युवक की पहचान जितेंद्र यादव के रूप में हुई है, जो विभाग विभाग में संविदा पर कार्यरत है. पुलिस के अनुसार, शनिवार सुबह फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन के पास 15 वर्षीय बच्ची का शव बरामद किया गया.
बच्ची के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसके शव को उठा लिया और उसे बिना बताए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जबकि उनका घर घटनास्थल से सिर्फ डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है. परिवार वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें केवल फोन पर बताया था कि उनकी बेटी की एक दुर्घटना में मौत हो गई थी. उन्हें शव की पहचान करने के लिए बुलाया गया है. जब मृतक बच्ची के परिवार वालों ने थाने में हंगामा काटा तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ओपी सिंह मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को मामला दर्ज करने का निर्देश दिया. आज मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी ओपी सिंह ने बताया कि पॉक्सो एक्ट की धाराओं के साथ हत्या और बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार आरोपी ने अफना अपराध कबूल कर लिया है. एसएसपी ओपी सिंह के मुताबिक, आरोपी जितेंद्र यादव ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि शुक्रवार की रात घर लौटते समय उसने बच्ची का अपहरण कर लिया था. फिर वह उसे पास के रेलवे स्टेशन के पीछे एक सुनसान जगह पर ले गया. वहां उसने बच्ची के साथ बलात्कार किया. एसएसपी ओपी सिंह ने कहा कि उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए लड़की का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. परिवार वालों ने बताया कि बच्ची को मिर्गी के दौरे पड़ते थे. वह मानसिक रूप से बीमार थी. बिना बताए अक्सर घर से बाहर निकल निकल जाती थी. शुक्रवार शाम को भी वह घर से बिना बताए निकल गई थी. परिवार वालों ने सोचा कि शायद थोड़ी देर में घूम टहलकर वापस घर आ जाएगी, लेकिन वह वापस नहीं आई. दूसरे दिन सुबह पुलिस ने सूचना दी कि एक बच्ची का शव आसफपुर रेलवे स्टेशन के सामने झाड़ियों में पड़ा है. जब परिवार वाले मौके पर पहुंचे तो शव की शिनाख्त की. शव के कपड़े फटे पड़े थे. यही नहीं मुंह और आंखों में मिट्टी भरी थी. इसी पर बच्ची के परिनजों को कुछ अनहोनी का शक हुआ.