पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस ‘एससी-एसटी सब प्लान’ को लागू करने की कानूनी गारंटी देती है। मतलब, एससी-एसटी समुदायों की जितनी आबादी होगी, उतना ही बजट रखा जाएगा। खरगे ने ‘सोशल इंजीनियरिंग’ के अपने दांव में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी जिक्र कर दिया। दूसरी तरफ, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मतदान से एक दिन पहले चुनाव मैदान में अपने ‘बब्बर शेर’ उतार दिए हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले विभिन्न राजनीतिक दल, मतदाताओं को लुभाने के लिए कई तरह के वादे कर रहे हैं। उन्हें पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया जा रहा है। इस कड़ी में कांग्रेस पार्टी के मतदान से एक दिन पहले दलित वोटों पर फोकस किया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, स्वयं इसी समुदाय से आते हैं। उन्होंने कहा, अनुसूचित जातियों और जनजातियों की बजटीय संसाधनों में संतुलित एवं पर्याप्त हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए 1970 के दशक में इंदिरा गांधी ने एक योजना शुरू की थी। खरगे ने अब उसी योजना का जिक्र किया है। इंदिरा गांधी द्वारा शुरू की गई ‘अनुसूचित जातियों’ के लिये विशेष घटक योजना और जनजातीय उपयोजना को 2014 में मोदी सरकार ने समाप्त कर दिया था।