20 अगस्त 2023 : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 22 अगस्त, 2023 को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (भारत एनसीएपी) को लॉन्च करेंगे. भारत एनसीएपी भारत की अपनी वाहन सुरक्षा रेटिंग प्रणाली के रूप में काम करेगा जिसका उद्देश्य देश में मोटर वाहनों के सुरक्षा मानकों को 3.5 टन तक बढ़ाकर सड़क सुरक्षा में सुधार करना है.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “कार्यक्रम का उद्देश्य कार ग्राहकों को बाजार में उपलब्ध मोटर वाहनों की दुर्घटना सुरक्षा का तुलनात्मक मूल्यांकन करने के लिए एक उपकरण प्रदान करना है.” भारत एनसीएपी कार्यक्रम के तहत, कार निर्माता अपनी इच्छा से अपनी कारों को ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (एआईएस) 197 के अनुसार परीक्षण के लिए पेश कर सकते हैं, जिसमें पर कार के प्रदर्शन के आधार पर, एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (एओपी) और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (सीओपी) के लिए स्टार रेटिंग दी जाएगी, जैसा कि ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में भी देखने को मिलता है.
MoRTH का कहना है कि नई कार खरीदने वाले ग्राहक विभिन्न वाहनों के सेफ्टी स्टैंडर्ड्स की तुलना करने के लिए इन स्टार रेटिंग्स की सहायता ले सकते हैं और उसके अनुसार ही अपनी खरीद के निर्णय को तय कर सकते हैं. ग्लोबल एनसीएपी की तरह ही भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट भी फिलहाल स्वैच्छिक होगा. हालाँकि बाद में बाजार में बिकने वाली सभी कारों के लिए इस क्रैश टेस्ट को अनिवार्य कर दिए जाने की उम्मीद है.
भारत प्रति वर्ष सड़क दुर्घटनाओं की संख्या के मामले में काफी आगे है, इसलिए एक घरेलू क्रैश टेस्ट न केवल खरीदार को अपने परिवार के लिए नई कार चुनते समय एक सही निर्णय लेने में मदद करेगा, बल्कि निर्माताओं को खरीदारों का विश्वास जीतने के लिए वाहनों को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए भी प्रेरित करेगा. जब तक भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट स्वैच्छिक है, तब तक कई कंपनियां अपने वाहनों का क्रैश टेस्ट कराने से परहेज कर सकती हैं.