30 जुलाई 2023 : रुड़की नगर निगम के महापौर पद से इस्तीफा देने के बाद रविवार को गौरव गोयल ने अपने राजपूताना स्थित आवास पर प्रेसवार्ता की। इस मौके पर पूर्व महापौर गौरव गोयल ने कहा कि जब से बोर्ड का गठन हुआ था तब से लेकर अब तक बोर्ड बैठक में शहर के विकास को लेकर चर्चाएं कम हुई। गोयल ने कहा कि कुछ पार्षदों की ओर से ज्यादातर लड़ाई-झगड़े, राजनीति महत्वाकांक्षा के चलते चर्चा किए गए, जबकि बोर्ड बैठक का मतलब एजेंडों पर चर्चा होना होता है। गिने-चुने पार्षदों ने हर बोर्ड बैठक का माहौल बिगाड़ा।
पूर्व महापौर ने कहा कि उनकी सादगी व स्वभाव को पूरा शहर जानता है इसलिए जनता ने 30 हजार वोट देकर निर्दलीय के रूप में उन्हें भेजा था लेकिन अब उन्हें महसूस हुआ कि पौने चार साल में वह उतने कार्य नहीं कर सकें, जितना जनता का उन पर विश्वास था। इसलिए नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए उन्होंने त्यागपत्र दिया। उन्होंने कहा कि रुड़की नगर निगम को अव्यवस्थित करने में स्थानीय नेताओं और पूर्व अधिकारियों का पूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने नगर निगम की पूर्व नगर आयुक्त नुपूर वर्मा व पूर्व सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट पर गंभीर आरोप लगाए। स्थानीय नेताओं के कहने पर कार्य करने और पार्षदों व ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के आरोप लगाए। वहीं भाजपा नेता मयंक गुप्ता पर नगर निगम को संचालित करने का आरोप लगाया
साथ ही नगर विधायक प्रदीप बत्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि 17 साल में उनकी संपत्तियां 100 गुना बढ़ गई हैं। जबकि उन्होंने जब महापौर की शपथ ली थी उसकी तुलना में आज उनकी संपत्ती दस प्रतिशत कम हो गई है। साथ ही विधायक पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए। गौरव गोयल ने कहा कि वह मरते दम तक समाज सेवा करते रहेंगे। वहीं कुछ समय तक गंदी राजनीति एवं गंदे राजनीतिज्ञों से दूर रहेंगे।