
रैनिटिडिन से कैंसर होने का है खतरा
इस दवा की जांच 2019 से चल रही है जब अमेरिका स्थित खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने दवा में संभावित कैंसर पैदा करने वाले एसिड पाए थे. दवा नियामकों ने रैनिटिडिन युक्त दवाओं के नमूनों में कैंसर पैदा करने वाली अशुद्धता एननाइट्रोसोडिमिथाइलमाइन (एनडीएमए) को पाया गया था. जिससे कैंसर फैलने की आशंका रहती है. रैनिटिडिन के अलावा जिन अन्य दवाओं को सूची से हटाया गया है उसके कई प्रकार की गंभीर बीमारियां होने की आशंका है. इनमें कई दवाएं ऐसी भी हैं जिनकी काफी ज्यादा बिक्री होती है.
इस बीच नई आवश्यक सूची के साथ भारत में कई उच्च-मांग वाली दवाओं की कीमतों में कमी आने की संभावना है, जिसमें इंसुलिन ग्लार्गिन जैसी दवाएं हैं, जो डायबिटीज के इलाज में काम आती है. कुल 26 दवाओं को केंद्र सरकार ने आवश्यक दवाओं की सूची से हटाया है. जिसके बाद ये सभी दवाएं मान्य नहीं होगी.
2. एटेनोलोल
3. ब्लीचिंग पाउडर
4. कैप्रोमाइसिन
5. सेट्रिमाइड
6. क्लोरफेनिरामाइन
7. दिलोक्सैनाइड फ्यूरोएट
8. डिमेरकाप्रोलो
9. एरिथ्रोमाइसिन
10. एथिनिल एस्ट्राडियोल
11. एथिनिल एस्ट्राडियोल (ए) नोरेथिस्टरोन (बी)
12. गैनिक्लोविर
13. कनामाइसिन
14. लैमिवुडिन (ए) + नेविरापीन (बी) + स्टावूडीन (सी)
15. लेफ्लुनोमाइड
16. मेथिल्डोपा
17. निकोटिनामाइड
18. पेगीलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा 2ए, पेगीलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा 2बी
19. पेंटामिडाइन
20. प्रिलोकेन (ए) + लिग्नोकेन (बी)
21. प्रोकार्बाज़िन
22. रैनिटिडीन
23. रिफाब्यूटिन
24. स्टावूडीन (ए) + लैमिवुडिन (बी)
25. सुक्रालफेट
26. सफेद पेट्रोलेटम