मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरोजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी विश्वदीप सिंह के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लोकतंत्र के महापर्व में सात मई को कमल के फूल पर वोट देने की अपील की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण हो गया.सीएम योगी ने कहा कि सैकड़ों वर्ष से हम कहते आए हैं कि मथुरा में जितनी भी भूमि है, वह भगवान कृष्ण की है. एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में विरासत और आस्था का सम्मान करने वाली भाजपा सरकार है तो दूसरी तरफ कांग्रेस-सपा इंडिया गठबंधन है. यह औरंगजेब के नए अवतार पैदा हो गए हैं, जो कहते हैं कि विरासत टैक्स लगाएंगे. जैसे औरंगजेब ने हिंदुओं पर जजिया कर लगाया था, ये वैसे ही चाहते हैं. सीएम ने पूछा कि क्या स्वतंत्र भारत में आप जजिया कर देंगे.सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है कि अल्पसंख्यकों को रुचि के अनुरूप खाने की स्वतंत्रता देंगे. आखिर ऐसा कौन सा भोजन है, जो बहुसंख्यक समाज को नहीं पसंद है और अल्पसंख्यक समाज को पसंद है. भारत का बहुसंख्यक कहता है कि हम गोमांस नहीं खाते, लेकिन कुछ लोग चिढ़ाने के लिए जानबूझकर गोहत्या को प्रश्रय देते हैं. इन्हें दिए गए वोट से आने वाली पीढ़ियां और दूसरे लोक के पूर्वज कोसेंगे कि क्या मजबूरी थी कि इनके पाप में भागीदार बन रहे हैं. इंडिया गठबंधन को मिलने वाला वोट पाप में भागीदारी बनने जैसा है.सीएम योगी ने कहा कि देश जब मजबूत हाथों में होता है तो दुश्मन दब कर रहता है और मजबूर हाथों में रहता है तो दुनिया आंखें दिखाती हैं. दुश्मन भारत की थप्पड़ मारने की तरफ लपकता है तब तक यहां से जोरदार घूसा जड़ा जाता है कि दुश्मन धराशायी हो जाता है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट हो या आपदा का समय, तब राहुल गांधी देश छोड़कर भाग जाते हैं, तब उन्हें भारत की चिंता नहीं होती और चुनाव के समय देश में आकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं. सपा-बसपा सरकार में क्या होता था.
सीएम योगी ने कहा- “डॉ. भीमराव आंबेडकर ने कहा कि धार्मिक आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता, क्योंकि यह देश के विभाजन का कारण बना था. आज कांग्रेस ने फिर से यही काम करने की आधारशिला रखी है. कांग्रेस का घोषणा पत्र कहता है कि पिछड़ी व अनुसूचित जाति को मिलने वाले आरक्षण का एक हिस्सा काटकर मुसलमानों को दे देंगे. यह देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहे हैं, यह लोग सत्ता में रहते कुछ नहीं कर पाए थे. देश का सम्मान गिरवी रख दिया था, कहीं भी विस्फोट हो जाता था. विकास कार्य, गरीब कल्याणकारी कार्य ठप थे, दुनिया में नए भारत की धमक बढ़ी है.”