बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने एक चुनावी जनसभा में जनता को विरोधी पार्टियों के ‘खोखले वादों’ से आगाह करते हुए भाजपा पर कांग्रेस की ही तरह जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।बसपा प्रमुख ने केन्द्र सरकार की मुफ्त अनाज योजना का जिक्र करते हुए कहा कि वे (भाजपा नेता) लोगों से कहते हैं कि भाजपा और मोदी ने उन्हें मुफ्त राशन दिया है और उन्हें भाजपा को वोट देकर यह कर्ज चुकाना चाहिए, मगर लोगों को इससे गुमराह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो मुफ्त राशन दिया जा रहा है वह मोदी जी या भाजपा की जेब से नहीं आ रहा है, बल्कि यह कर के रूप में दिये गये आपके ही पैसे से दिया जा रहा है।
मायावती ने कहा कि लोगों को यह सोचने की जरूरत नहीं है कि यह कोई कर्ज है जिसे चुकाना होगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गरीब लोगों की जटिल समस्या केवल ‘हर हाथ को काम’ देने से ही खत्म होगी। अगर सरकार बनाने का मौका मिला तो उनकी पार्टी इस पर ध्यान देगी। बसपा अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ज्यादातर देखा गया है कि जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है, वहां सपा अपने परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट देती है और जहां हिंदू संख्या में अधिक हैं, वहां मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी वाले बदायूं के मामले में सपा ने अपने परिवार के ही सदस्य (आदित्य यादव) को उम्मीदवार बनाया है। मायावती ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी पार्टी बसपा में टिकट आवंटन को लेकर कोई भेदभाव नहीं है और सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते हुए बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की तरह भाजपा ने भी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है।मायावती ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में मुसलमानों और धार्मिक अल्पसंख्यकों की तरक्की रुक गई है और हिंदुत्व की आड़ में अत्याचार और उत्पीड़न चरम पर है। मतदाताओं से कांग्रेस, भाजपा और उनके समर्थक दलों को सत्ता में आने से रोकने का आह्वान करते हुए बसपा अध्यक्ष ने आगाह किया कि ये दल सत्ता में आने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे मगर उन्हें रोकने के लिये उनकी पार्टी के लोगों को रहना होगा।रैली के दौरान मायावती ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों बदायूं से मुस्लिम खान, आंवला से आबिद अली और संभल से सौलत अली के लिए समर्थन मांगा और जनता से उन्हें विजयी बनाने की अपील की। इन तीनों सीट पर लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा।