कर्नाटक चुनाव: BJP के लिए आसान नहीं डगर पनघट की? समझें MLC इलेक्शन में कांग्रेस की जीत के मायने

कर्नाटक में कांग्रेस की ओर से विधान परिषद की दो सीटें जीतना सत्तारूढ़ भाजपा के लिए चेतावनी है। विपक्षी दल ने 13 जून को हुए मतदान में चार सीटों में से दो पर जीत हासिल की। ​​दूसरी ओर, एचडी देवेगौड़ा-एचडी कुमारस्वामी के पिता-पुत्र की जोड़ी के नेतृत्व वाली क्षेत्रीय पार्टी जेडी (एस) दोनों सीटें हार गई, जबकि मांड्या-मैसूर बेल्ट JD(S) के अपने गढ़ में आने वाली सीटें हैं। मालूम हो कि जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर जाने वाले हैं।

कांग्रेस की संभावनाओं में उछाल ने भाजपा को चिंतित कर दिया है, क्योंकि राज्य स्थानीय निकाय चुनावों के लिए भी तैयार है। इसमें बेंगलुरु नागरिक निकाय बीबीएमपी के महत्वपूर्ण चुनाव भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को दावणगेरे में मीडिया से बात करते हुए संकेत दिया कि सरकार बीबीएमपी चुनावों के बाद पंचायत चुनाव कराएगी।

भाजपा को यह झटका ऐसे समय लगा है जब बोम्मई के नेतृत्व में एक साल से भी कम समय में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा ने शिक्षित और शहरी मध्यम वर्ग के मतदाताओं की पसंद की पार्टी होने की छवि बनाई है। हालांकि, यह साथ ग्रेजुएट्स और नॉर्थ-वेस्ट टीचर्स में से प्रत्येक में एक निर्वाचन क्षेत्र खो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *