वसंतोत्सव-2024 का आयोजन राज भवन में एक से तीन मार्च के बीच में किया जाएगा । वसंतोत्सव पर डाक टिकट प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। आर्ट गैलरी के माध्यम से विभिन्न पेंटिंग्स का प्रदर्शन राजभवन ऑडिटोरियम गैलरी में किया जाएगा। इस बार आमजन के लिए राजभवन की नक्षत्र वाटिका, बौंसाई गार्डन एवं शंकरजी मंदिर के भ्रमण की भी व्यवस्था की जाएगी।तीन दिवसीय वसंतोत्सव में कुल 35 विभाग प्रतिभाग करेंगे। इसमें पुलिस विभाग प्रथम बार भाग लेगा। साथ ही उद्यान विभाग के अतिरिक्त विभिन्न शोध संस्थान, कृषि विश्वविद्यालय, बोर्ड, निगम आदि प्रमुख होंगे। इन विभागों की ओर से स्टॉल लगाकर जनोपयोगी कार्यक्रमों व तकनीकियों का उत्कृष्टता के आधार पर प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय सैन्य संस्थान, इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस, पीएसी के साथ इस बार प्रथम बार होमगार्ड बैंड आकर्षण का केंद्र होंगे।
राजभवन में मंगलवार को कर्टेन रेजर में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने तीन दिवसीय वसंतोत्सव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार विशेष पोस्टल कवर के लिए थुनेर का चयन किया गया है। एक मार्च दोपहर एक से शाम छह बजे तक तथा दो व तीन मार्च को प्रातः नौ से शाम छह बजे तक वसंतोत्सव-पुष्प प्रदर्शनी जनसामान्य के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।
ये होंगे मुख्य आकर्षण-
कृषकों में पुष्प उत्पादन के प्रति अभिरुचि बढ़ाने के लिए वसंतोत्सव में पुष्प प्रदर्शनी एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसमें कट फ्लावर, पॉटेड प्लांट्स प्रबंधन, लूज फ्लावर प्रबंधन, पुष्प के अतिरिक्त पॉटेड प्लांट्स, रूफ टॉप गार्डनिंग में सब्जियां, कैक्टस एवं सकुलेंट्स, बोंसाई, टेरारियम, हैंगिंग पॉटस, हाइड्रोपोनिक तकनीकी प्रदर्शन (प्रथम बार), बागवानी में प्रयुक्त गमले, शहद, ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी, ताजे पुष्प दलों की रंगोली व विद्यालयी (पांच से 18 वर्ष आयु वर्ग) दिव्यांग एवं अन्य बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण होंगे।
15 मुख्य प्रतियोगिताओं की श्रेणी में कुल 53 उप श्रेणी हैं, जिनमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। इस प्रकार कुल 159 पुरस्कार निर्णायक मंडल के निर्णय के उपरांत तीन मार्च को विजेताओं को प्रदान किए जाएंगे।इस बार हाइड्रोपोनिक तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए हाइड्रोपोनिक विधि से बागवानी करने वाले कृषकों को प्रोत्साहित करने के लिए हाइड्रोपोनिक खेती प्रौद्योगिकी प्रदर्शन श्रेणी को भी प्रतियोगिता में सम्मिलित किया गया है।विशेष डाक कवर के रूप में थुनेर का चयन किया गया है, जिसका विमोचन राज्यपाल करेंगे। थुनेर में औषधीय गुण विद्यमान होने के दृष्टिगत इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों जैसे- खांसी, सर्दी, बुखार, सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्या, ब्रॉकाइटिस, त्वचा समस्या, मांसपेशियों में दर्द, गठिया आदि के उपचार में किया जाता है।
संस्कृति विभाग उत्तराखंड की ओर से वसंतोत्सव में प्रतिदिन एक घंटे सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय भाषाओं के गीतों, लोक नृत्यों एवं अन्य कार्यक्रम प्रदेश के ख्याति प्राप्त कलाकार प्रस्तुत करेंगे।नगर निगम देहरादून की ओर से राजभवन एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में विशेष सफाई की जाएगी। साथ ही राजभवन परिसर में सचल शौचालय व दिव्यांग बच्चों के लिए व्हीलचेयर भी होगी। खान-पान की सुविधा के लिए फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के स्टॉल की व्यवस्था की जाएगी। हाइजीन एवं सैनिटेशन का विशेष ध्यान रखा जाएगा।फूलों से सजे वाहन के माध्यम से देहरादून शहर के विभिन्न मार्गों पर वसंतोत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। राज्यपाल 29 फरवरी को प्रचार वाहनों काे राजभवन से हरी झंडी दिखाएंगे