प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पीआरडी जवानों ने लंबित मांगों को लेकर नारेबाजी की। कर्मियों का कहना था, उनके लिए साल में तीन सौ दिन काम की घोषणा हुई थी, पर काम नहीं मिला। कल्याण कोष के नाम पर भी हर महीने उनके मानदेय से 570 रुपये काटे जा रहे हैं।
वहीं, युवा कल्याण विभाग के निदेशक जितेंद्र सोनकर ने कहा, मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों की मौजूदगी में अभद्रता करने वाले पीआरडी जवानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम संपन्न होते ही जैसे ही सीएम पुष्कर सिंह धामी और विभागीय मंत्री रेखा आर्य लौटने लगे, कुछ पीआरडी जवान लंबित मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे। प्रांतीय रक्षक दल संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह रावत ने कहा, प्रदेश सरकार की ओर से तीन सौ दिन रोजगार देने की घोषणा को दो साल हो चुके हैं, लेकिन आधे जवान घर बैठे हैं। सार्वजनिक अवकाश के दिन डयूटी के बावजूद जवानों को अनुपस्थित दिखाकर वेतन काटा जा रहा। कहा, कल्याण कोष के नाम पर विभाग पहले 10 रुपये के अंशदान की कटौती करता था।