7 मई 2023 देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजपुर रोड स्थित एक स्कूल में पुस्तक ‘साइबर एनकाउंटर्स’ के हिन्दी संस्करण का लोकार्पण किया। यह पुस्तक डीजीपी अशोक कुमार और पूर्व डीआरडीओ वैज्ञानिक ओपी मनोचा ने लिखी है। इससे पहले राजपुर रोड स्थित एक स्कूल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अशोक कुमार और ओपी मनोचा ने महत्वपूर्ण विषय पर यह पुस्तक लिखी है। साइबर अपराधों का विश्लेषण के साथ सत्य घटनाओं पर आधारित यह पुस्तक से साइबर अपराधों से बचने में पाठकों के लिए मददगार साबित होगी।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस पुस्तक में जहां एक ओर सच्ची घटनाओं का जिक्र करते हुए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है वहीं दूसरी ओर पुस्तक मनोरंजक भी है। पुस्तक का एक-एक पृष्ठ लोगों को साइबर क्राइम से बचाव के लिए प्रेरित करने का कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने दोनों लेखकों और प्रभात प्रकाशन के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने पुस्तक के कुछ मुख्य अंशों का जिक्र करते हुए कहा कि साइबर क्राइम वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। साइबर अपराध से बचाव के जागरूकता के साथ पुस्तक की प्रासंगिकता भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज जैसे-जैसे स्मार्ट तकनीक विकसित होती जा रही है,वैसे-वैसे साइबर क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। साइबर अपराध पुलिस और अपराधियों के बीच कभी न खत्म होने वाला एक ऐसा खेल है, जिसमें दोनों ही एक दूसरे से आगे रहने की होड़ में रहते हैं। साइबर अपराध का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ना इस बात की ओर भी संकेत करता है कि अपराधी रोज नई-नई तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। पुलिस भी रोजाना नई-नई तकनीकों का सहारा लेकर अपराधियों के द्वारा बिछाए जा रहे इस जाल को तोड़ने का कार्य कर रही है। हम स्वयं भी इस तकनीकी अपराध से बच सकते हैं, बस जरूरत है हमें जागरूक होने की।
पुस्तक के लेखक डीजीपी अशोक कुमार ने ने साइबर अपराध से जुड़ी अनेक घटनाओं की जानकारी दी। साइबर अपराध से बचाव के लिए हमें किस प्रकार सतर्क रहना है, इसकी भी उन्होंने विस्तार से बताया। साइबर अपराध और उससे पार पाने के लिए हमारे सामने क्या चुनौतियां हैं, इसकी भी उन्होंने जानकारी दी।पुस्तक की समीक्षा अनिल रतूड़ी और प्रो. सुरेखा डंगवाल ने समीक्षा की। पुस्तक की प्रस्तावना सुपरस्टार अमिताभ बच्चन द्वारा लिखी गई है। साइबर एनकाउंटर्स पुस्तक के लेखक अशोक कुमार उत्तराखंड कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में पुलिस महानिदेशक,उत्तराखंड के पद पर नियुक्त हैं। साइबर एनकाउंटर्स में सहयोगी लेखक ओपी मनोचा डीआरडीओ में विभिन्न रक्षा परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के साथ ही सक्रिय ब्लॉगर और लेखक हैं।216 पृष्ठों के पुस्तक में बारह आकर्षक कहानियों के रूप में प्रस्तुत की गई। पुस्तक में आनलाइन अपराधियों के साथ पुलिस की भिड़ंत की सच्ची कहानियाेंं पर आधारित है। यह पुस्तक सोशल मीडिया में साइबर अपराधियों की प्रदर्शित नकली पहचान, रैनसमवेयर, कार्ड क्लोनिंग, सेक्सटॉर्शन और फिशिंग आदि से संबंधित वास्तविक साइबर अपराधों से पाठकों को रूबरू कराती है। वर्तमान में बढ़ते साइबर क्राइम से अधिक से अधिक लोगों को कैसे बचाया जा सके, इसका वर्णन पुस्तक में किया गया है।उल्लेखनीय है कि पुस्तक का पहला संस्करण अंग्रेजी भाषा में दिल्ली में लाॅन्च किया गया था। आज इस पुस्तक का हिंदी भाषा में संस्करण का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी,पूर्व महानिदेशक अनिल रतूड़ी,कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो.सुरेखा डंगवाल,प्रभात प्रकाशन से पीयूष कुमार, डॉ.अलकनंदा अशोक,शक्ति मनोचा और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।