शासन ने उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. राजेश अदाना सहित चार चिकित्साधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्हें अपने मूल तैनाती स्थल पर 24 घंटे के भीतर ज्वाइन करने और सप्ताहभर में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग की ओर से 23 दिसंबर को आयुर्वेद विवि में संबद्ध करीब 27 चिकित्साधिकारियों को तत्काल अपने मूल तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने का आदेश दिया गया था। इनमें से कुछ तो ज्वाइन कर लिए, लेकिन चार अधिकारी विवि के प्रभारी कुलसचिव डॉ. राजेश अदाना, डॉ. सुखेव सिंह कुलश्रेष्ठ, डॉ. विवेक वर्मा और डॉ. सतीश कुमार सिंह ने ज्वाइन नहीं किया। मंगलवार को विभाग ने इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। इसमें कहा गया है कि शासन ने पहले 30 मई को उनकी विवि में संबद्धता खत्म कर दी थी, लेकिन उन्होंने मूल तैनाती स्थल पर ज्वाइन नहीं किया। इसके बाद 27 जून और फिर 17 दिसंबर को भी निर्देश दिए गए। फिर 23 दिसंबर को हाईकोर्ट के आदेश के अनुक्रम में संबद्धता खत्म करते हुए तत्काल ज्वाइन करने को कहा गया। इसके बावजूद ज्वाइन नहीं किया गया।