शुक्रवार को सर्किट हाउस में सीएम ने समेकित शहरी अवसंरचना विकास एडीबी की ओर से वित्तपोषित 2200 करोड़ रुपये योजना के क्रियान्वयन व प्रगति की समीक्षा बैठक ली। यूयूएसडीए के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इसके लिए जनप्रतिनिधियों के सुझावों को भी डीपीआर में शामिल किया जाए। कार्यदायी संस्था 10 दिन के भीतर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों के साथ अंतरविभागीय बैठक करे और तय समय सीमा के भीतर डीपीआर फाइनल करें .
सीएम ने कहा कि कार्यदायी संस्था सुनिश्चित करे कि निर्माण से पूर्व ही सड़क पर खुदान कर सर्विस डक्ट डालें, जिससे लोगों को बार-बार परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही सरकारी धन का दुरुपयोग न हो। उन्होंने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को प्रत्येक सप्ताह कार्य की मानिटरिंग के निर्देश दिए। सरकारी योेजनाओं के क्रियान्वयन में अधिकारियों के स्तर पर देरी नाराजगी जताते हुए सीएम ने कहा कि कुछ अधिकारियों की लचर कार्यशैली के चलते सरकार को आलोचना झेलनी पड़ती है।
इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को अपनी कार्यशैली सुधार लाने के निर्देश दिए। कमिश्नर के योजना बारे में विस्तार से बताया। डीएम धीराज सिंह शहर के बाजार को पौराणिक वास्तुकला यानी गौथिक शैली में बनाए जाने की बात कही। यूयूएसडीए के प्रतिनिधि की ओर से पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गई। इस पर सीएम ने कहा कि योजना के बारे में पढ़कर बताने के बजाय अधिकारी योजनाओं की जानकारी व आकंड़े मौखिक बताएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ शामिल रहें।