उत्तराखंड में कोरोना और डेंगू की दोहरी चुनौती: संक्रमण नियंत्रण में, पर सतर्कता अनिवार्य

देहरादून, 24 जून — उत्तराखंड में एक ओर जहां कोरोना संक्रमण नियंत्रण में बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर डेंगू के लगातार बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा रहे हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अब तक प्रदेश में कोरोना के कुल 76 मामले सामने आए हैं, जिनमें 63 स्थानीय संक्रमित हैं और 13 माइग्रेंट यानी बाहरी राज्यों से लौटे लोग संक्रमित पाए गए हैं।

कोरोना की स्थिति नियंत्रण में, पर लापरवाही न करें — डॉ. पंकज सिंह

राज्य के नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि कोरोना की मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है। “अब तक संक्रमित किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। वायरस की वर्तमान लहर कम संक्रामक है, लेकिन फिर भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए,” उन्होंने आगाह किया। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की अपील की। कोविड प्रोटोकॉल का पालन अब भी आवश्यक है, क्योंकि मौसम में बदलाव के साथ संक्रमण के मामले अचानक बढ़ सकते हैं।

देहरादून में डेंगू के नए मामले, विभाग सतर्क

दूसरी ओर, राजधानी देहरादून में डेंगू के चार नए मरीजों की पुष्टि हुई है। श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में तीन तथा हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में एक मरीज भर्ती है। इसके साथ ही जिले में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 133 हो गई है, जिनमें 71 मामले स्थानीय और 62 बाहरी क्षेत्रों से आए मरीजों के हैं।

20 सक्रिय मामले, अस्पतालों में भर्ती मरीजों की निगरानी जारी

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक 113 मरीजों ने स्वस्थ होकर अस्पताल छोड़ा है, जबकि 20 एक्टिव केस अब भी मौजूद हैं। वर्तमान में:

  • 10 मरीज श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल
  • 4 हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट
  • 4 एम्स ऋषिकेश
  • 1 ग्राफिक एरा अस्पताल में भर्ती हैं, और
  • 1 मरीज होम आइसोलेशन में उपचाराधीन है।

डेंगू नियंत्रण के लिए युद्धस्तर पर अभियान

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने जानकारी दी कि डेंगू की रोकथाम के लिए आशा कार्यकर्ताओं और डेंगू वॉलंटियर्स को विशेष प्रशिक्षण देकर मैदान में उतारा गया है। मंगलवार को 12,090 घरों का सर्वे किया गया, जिनमें 83 घरों में लार्वा मिला। इसके अतिरिक्त, 91,425 कंटेनरों की जांच के दौरान 111 में लार्वा पाए गए, जिन्हें तत्काल नष्ट कर दिया गया।

जनसहभागिता ही समाधान

स्वास्थ्य अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों और आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। कूलर, बर्तन, गमलों व अन्य जल स्रोतों की नियमित सफाई करें। डेंगू मच्छर दिन में काटता है, अतः पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना, मच्छरदानी का उपयोग और मच्छररोधी दवाओं का प्रयोग करना जरूरी है।

दोनों संक्रमणों की वर्तमान स्थिति अभी चिंताजनक नहीं है, लेकिन लगातार जागरूकता और सतर्कता से ही इन बीमारियों पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है।

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