तो कांग्रेस में खत्म हो गई है हार पर रार! उत्तराखंड में लंबे समय बाद कांग्रेस एकजुट नजर आई। मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहूल गांधी की प्रतिष्ठा से जुड़ा होने की वजह से सभी गुटीय क्षत्रप कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में ईडी दफ्तर पर प्रदर्शन में शामिल हुए।पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के कैंप से जुड़े नेता एक साथ एक ही दरी पर बैठे रहे।तेज चिलचिलाती धूप में पसीना पसीना होने के बावजूद करीब करीब सभी नेता गिरफ़्तारी होने तक सड़क पर ही डटे रहे। हालांकि, शुरूआती दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह एक साथ ही बैठे थे। कुछ देर बाद प्रीतम थोड़ा अलग अपने समर्थकों के घेरे के पास आ गए। लेकिन रहे पूरा वक्त साथ।
पूर्व सीएम हरीश रावत के प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने कहा कि गुटबाजी जैसी कोई बात कांग्रेस में नहीं है। यह केवल दुष्प्रचार है। सभी कांग्रेसजन पार्टी के सिपाही हैं और जनहित के मुद्दों पर अपनी परंपरा के अनुसार सदैव संघर्षरत रहेंगे। आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड प्रकरण में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस देने से खफा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
गेट और दीवार फांद कर दफ्तर के भीतर घुसने की भी कोशिश में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ धक्कामुक्की भी हो गई। दोपहर पुलिस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत कई कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई।