उत्तराखंड : उत्तराखंड में पिछले दिनों चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। अब चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की कम संख्या होने के बाद प्रशासन को थोड़ी राहत मिली है
ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने के इच्छुक भक्त आसानी से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर दर्शन करने को जा सकते हैं। हरिद्वार में चारधाम यात्रा को रवाना होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले पांच दिनों से लगातार घट रही है। बुधवार को निर्धारित 4000 पंजीकरण के सापेक्ष 3273 श्रद्धालु अपना पंजीकरण कराने ऋषिकुल मैदान पहुंचे।
चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं की संख्या घटने के बाद 80 फीसदी वाहन पार्किंगों में खड़े हैं। इससे ट्रेवल कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ट्रेवल कारोबारी चारधाम यात्रा के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ठोस नीति बनाने की मांग की है।
हरिद्वार में करीब 270 रजिस्टर्ड ट्रेवल एजेंसी हैं।
करीब 4500 टैक्सियां, 500 टेंपों ट्रेवल और 300 बसों का संचालन यहां से होता है लेकिन श्रद्धालुओं की घटती संख्या के कारण 80 फीसदी वाहन खड़े हैं। कारोबारियों को नुकसान हो रहा है। उन्हें ऋण की किश्त, वाहनों का मेंटिनेंस और चालक के वेतन की चिंता सता रही है।उनका आरोप है की बिना ठोस नीति बनाए चारधाम यात्रा शुरू कर दी गई। पिछले दिनों पंजीकरण संख्या निर्धारित होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी। पंजीकरण को लेकर श्रद्धालुओं में मारामारी रही।
कारोबारियों ने सीएम से चारधाम यात्रा को लेकर ठोस नीति बनाने की मांग की है। साथ ही यात्रियों को सुव्यवस्थित यात्रा का आश्वासन देते हुए श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए आमंत्रित करने की मांग की है। कहना था कि इस मामले में सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।