भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वयोवृद्ध नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ दिए जाने पर शनिवार को राष्ट्र के प्रति विनम्रता पूर्वक कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने अपने जीवन को स्वयं के लिए नहीं बल्कि देश के लिए जीया।
आडवाणी ने भारत रत्न दिए जाने की घोषणा के बाद आज एक वक्तव्य जारी करके राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
लालकृष्ण आडवाणी ने भारत रत्न को स्वीकार किए जाने पर कहा कि यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में उनके लिए बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों के लिए भी सम्मान है जिन पर वे कायम रहे। आडवाणी ने लिखा: अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं जो आज मुझे दिया गया है। यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जो मुझे अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा करनी है। जब से मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुआ हूं मैंने उसमें अपने प्यारे देश की समर्पित और निस्वार्थ सेवा को ही पुरस्कार समझा है। देश सेवा के लिए जीवन ने मुझे जो भी कार्य सौंपा है उसके लिए समर्पित रहा
लालकृष्ण आडवाणी, भारत रत्न पाने वाले तीसरे बीजेपी के नेता हैं। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख को भी भारत रत्न पूर्व में मिल चुका है। दोनों नेता आडवाणी के समकक्ष रहे हैं।
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की जानकारी सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोद ने दी। ट्वीटर अकाउंट पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।