तीन दिन पहले देहरादून के रायपुर, टिहरी के जौनपुर और पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में कई गावों में वर्षा ने कहर बरपाया था। इन क्षेत्रों में बादल फटने के बाद नदी-नालों के उफान के साथ भारी मात्रा में मलबा आने से व्यापक पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ।देहरादून के आपदाग्रस्त क्षेत्र से बचाव दल ने एक और महिला का शव बरामद कर लिया है। इसके साथ ही देहरादून और टिहरी में आपदा में मरने वालों की संख्या सात हो गई है, जबकि 11 अब भी लापता हैं। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें लापता व्यक्तियों की तलाश में जुटी हुई हैं। वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने राहत सामग्री और प्रभावितों को आर्थिक सहायता के चेक बांटे।आपदा में 18 लोग लापता हुए थे। इनमें से अब तक सात के शव बरामद हो चुके हैं, बाकी का पता नहीं चल पाया है। देहरादून व टिहरी में एक ही परिवार के पांच-पांच लोग लापता हैं। तीन दिन से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम उनकी तलाश कर रही है।कुछ क्षेत्रों में भारी मात्रा में मलबा जमा होने के कारण लापता होने वालों को तलाशने में काफी दिक्कत पेश आ रही है। सोमवार को देहरादून में सौंग नदी से एक 55 वर्षीय महिला का शव बरामद हुआ है। मृतका की पहचान हिमदेही पत्नी मदन सिंह निवासी ग्राम सिला, धनचुला, धनोल्टी (टिहरी) के रूप में हुई है। महिला सिला गांव से लापता हुई थी।