भदोही की हस्तनिर्मित कालीन बढ़ाएगी नए संसद भवन की खूबसूरती, संसद भवन में कालीन गोल आकार में बिछाई जाएंगी

26 मई 2023 :  देश के नये संसद भवन के उद्घाटन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नई संसद का उद्घाटन करेंगे. देश के इतिहास में जहां ये बहुत बड़ा पल होगा, वहीं इसे लेकर उत्तर प्रदेश के भदोही में भी बेहद खुशी का माहौल है.

कालीन नगरी कही जाने वाली भदोही का नाम भी इस संसद भवन से जुड़ गया है. भदोही की हस्तनिर्मित कालीन नए संसद भवन की खूबसूरती में इजाफा करती नजर आएगी.

भदोही की हस्तनिर्मित कालीन पूरी दुनिया में बेहद प्रसिद्ध है. दुनिया के कई देशों में इनका निर्यात किया जाता है. वहीं अब भारत के लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन में भी भदोही की हस्तनिर्मित कालीन अपनी शोभा बिखेरते नजर आएगी.

भदोही की हस्तनिर्मित कालीन के 282 पीस नये संसद भवन के लिए भेजे गए हैं. ये कालीन 5000 स्क्वायर यार्ड का एरिया कवर करेंगी. इनमें 151 राज्य सभा और 131 लोकसभा के फर्श पर बिछाई जाएंगी. अहम बात है कि संसद भवन में कालीन गोल आकार में बिछाई जाएंगी. आम तौर पर ऐसा देखने को नहीं​ मिलता है. कालीन को गोपीगंज की एक कंपनी ने तैयार किया है.

दरअसल भदोही की हस्तनिर्मित कालीन अन्य जगहों की अपेक्षा बेहद खास मानी जाती है. हाथ से बनाए जाने के कारण इसमें बेहद बारीकी से काम होता है और सुंदरता भी देखने को मिलती है. यहां की कालीन को जीआई टैग मिला हुआ है. बताया जा रहा है कि 1400 कालीन बुनकरों ने छह महीने में इन्हें तैयार किया है. कालीन के एक इंच में 120 गांठें लगी हुई हैं और ये 100 वर्ष से पहले खराब नहीं होंगी. ऐसी कालीन की मांग सबसे अधिक अमेरिका में होती है. हस्त निर्मित कच्चे माल से लेकर इसकी बुनाई तक हाथों से होती है. हाथ से बने होने के कारण ये कालीन महंगी होती हैं.

अहम बात है कि ये कालीन नए संसद भवन में लगाने के लिए भदोही जनपद से ही लगभग 25 दक्ष कारीगरों को भेजा गया. ये कारीगर कालीन को आपस में जोड़ कर गोल आकार देंगे. इनमें कई रंगों का इस्तेमाल किया गया है. वहीं मखमली कालीन में बेहद उच्च गुणवत्ता वाले ऊन और सिल्क का प्रयोग किया गया है. इनकी कीमत काफी ज्यादा होती है.ओबीटी कालीन कंपनी के अध्यक्ष आईबी सिंह ने बताया कि सेंट्रल विस्टा में कालीन के लिए ऑर्डर दिए गए थे. इसके मुताबिक उच्च गुणवत्ता की हस्तनिर्मित कालीन तैयार की गई हैं. भदोही की कालीन के लिए ये बेहद गर्व की बात है. पूरे भदोही के कालीन कारीगर और इस कारोबार से जुड़े लोग इसे लेकर बेहद उत्साहित हैं.

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