शिवकुमार जो कि मुख्यमंत्री बनने पर अड़े थे, लेकिन अब उनको मना लिया गया है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी निभाई है। जानकारी के अनुसार सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद डीके शिवकुमार कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के लिए हामी भर दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी से फोन पर बात करने के बाद डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री बनने पर राजी हो गए हैं। सोनिया गांधी से बात करने से पहले तक शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने पर अड़े थे। सोनिया गांधी ने बुधवार शाम को डीके शिवकुमार से फोन पर बात की थी। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी को मां समान बताने वाले डीके शिवकुमार ने कर्नाटक में नंबर दो के पोजीशन को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, कैबिनेट में शामिल होने वाले नेताओं को लेकर पार्टी के भीतर अभी विचार-विमर्श चल रहा है। सिद्धारमैया इससे पहले भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और कर्नाटक की जनता का उन्हें तगड़ा समर्थन भी हासिल है। दूसरी ओर से डीके शिवकुमार को पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में महारत हासिल है। कठिन समय के लिए उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक भी कहा जाता है। कर्नाटक में मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण कार्यक्रम शनिवार को होने वाला है।