कश्मीर की वादी में हिमालय को चीर कर बनी भारतीय रेलवे की सबसे लंबा रेल टनल अब बनकर तैयार है. जम्मू-कश्मीर को देश के बाकी हिस्से से जोड़ने के लिए भारतीय रेल की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक के तहत बनी ये T49 सुरंग जल्द ही सबसे लंबी रेलवे सुरंग के तौर देश का गौरव बढ़ाएगी.इस रेल रूट पर बनी टनल के कार्य की प्रगति की सूचना न सिर्फ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार लेते आए हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद कश्मीर को रेल मार्ग से देश के बाकी हिस्से से जोड़ने के अपने सपने को पूरा होते देखने के लिए इस परियोजना की पल-पल की खबर लेते रहे हैंये सुरंग जम्मू-कश्मीर को देश की मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए सरकार की महत्वाकांक्षी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है. उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना कुल 272 किमी. लंबी है. जिसका 163 किलोमीटर का स्ट्रेच चालू हो चुका है. बाकी बचे 111 किलोमीटर हिस्से का काम लगभग 90 प्रतिशत खत्म हो चुका है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने के तहत भारतीय इंजीनियरों ने पीर पंजाल को चीरती हुई ये टनल तैयार की है. इस टनल के 60 प्रतिशत से अधिक हिस्से को तैयार करने वाली कंपनी एफकॉन के 100 से अधिक इंजीनियरों ने सालों की मशक्कत से टनल को तैयार किया है. जिसे ‘इंजीनियरिंग मार्वेल’ कहा जा सकता है. इसी कंपनी ने कोलकाता में देश की पहली नदी के नीचे बना मेट्रो टनल को भी बनाया है. रेलवे के लिए मील का पत्थर बने चिनाब ब्रिज को भी बनाया है.कटरा-बनिहाल खंड निचले हिमालय के पहाड़ी इलाकों से होकर गुजर रहा है, जिसमें भूविज्ञान एक बड़ी चुनौती है. इसमें कई बड़े पुल और बहुत लंबी सुरंगें हैं. जो विभिन्न चरणों में निर्माणाधीन हैं. टी-49 सुरंग 12.75 किलोमीटर लंबी सुरंग है और यह बनिहाल-काजीगुंड खंड पर यूएसबीआरएल द्वारा निर्मित 11.2 किमी लंबाई की पीर पंजाल सुरंग को पीछे छोड़ते हुए भारतीय रेलवे की सबसे लंबी सुरंग होने जा रही है.