22 अप्रैल 2023 रुड़की : रुड़की के कस्बा झबरेड़ा में दोपहर बाद कुछ मुस्लिम युवकों ने एक संगठन की साथ मिलकर जुलूस निकालना शुरु कर दिया। कोर्ट के प्रतिबंध के बाद भी अचानक डीजे के साथ जुलूस निकलने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तुरंत ही मौके पर पहुंचकर जुलूस को बंद करा दिया। साथ ही डीजे को भी अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान नोकझोंक भी हुई। लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे एक न चली। पुलिस ने जुलूस निकाल रहे सभी युवकों को दौड़ा दिया। एहतियात के तौर पर पुलिस व पीएसी को तैनात कर दिया गया है। झबरेड़ा कस्बे में करीब 10 वर्ष पूर्व ईद की नमाज के बाद जुलूस निकाला गया था। जुलूस दौरान छींटाकसी होने के बाद झबरेड़ा में दो पक्षों के बीच बवाल हो गया था। उस दौरान दो दिन तक कस्बे में पीएसी व भारी पुलिस बल तैनात रहा था। जुलूस निकालने का मामला हाईकोर्ट पहुंचा था। हाईकोर्ट ने जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया था। तीन दिन पहले झबरेड़ा शांति समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में भी त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने व कोई जुलूस आदि न निकाले जाने की बात कही गई थी। शनिवार की सुबह ईदगाह पर शांति पूर्वक नमाज अदा की गई। लेकिन दोपहर बाद कुछ मुस्लिम युवकों ने एक संगठन के साथ मिलकर बिजली घर के पास से डीजे बजाकर जुलूस निकालना शुरु कर दिया। मिनी ट्रक में डीजे के साथ ढोल आदि बजाते हुए जब लोग निकले तो सभी लोग हैरान रह गए। हिंदू संगठन के अमित आदि ने इसको कोर्ट की अवहेलना बताते हुए पुलिस से शिकायत की। जुलूस की सूचना मिलते ही तुरंत थानाध्यक्ष दीप कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जुलूस रुकवा दिया। इस दौरान पुलिस के साथ मामूली नोंकझोंक भी हुई। लेकिन पुलिस ने सभी युवकों को वहां से खदेड़ दिया। साथ ही मिनी ट्रक व डीजे को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं हिन्दू संगठनों ने प्रतिबंधित जुलूस के विरोध में झबरेड़ा का बाजार बंद करा दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है। वहीं थानाध्यक्ष दीप कुमार का कहना है कि कुछ युवक बिना अनुमति के डीजे के साथ जुलूस निकालने का प्रयास कर रहे थे। सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे और जुलूस बंद करा दिया। जुलूस निकालने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। डीजे को कब्जे में लें लिया गया है। मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। झबरेड़ाशनिवार को सांप्रदायिक आग में जलने से बाल-बाल बच गया। तीन दिन पहले शांति समिति की बैठक में जुलूस न निकाले जाने की हिदायत दी गई थी। न्यायालय ने भी इस पर रोक लगाई हुई है। लेकिन इसके बाद एक संगठन ने मुस्लिम युवकों के साथ जुलूस निकालना शुरू कर दिया। समय रहते पुलिस ने जुलूस रुकवा दिया। लोगों का कहना है कि ईद के मौके पर इस की तरह गतिविधि को रही थी। लेकिन खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। क्षेत्रवासी इसे खुफिया विभाग की बड़ी नाकामी मान रहे हैं। जुलूस निकालने के पीछे एक संगठन का हाथ सामने आया है। एक राजनीतिक संगठन की शह पर दोपहर बाद अचानक जुलूस निकाल दिया गया। देखते ही देखते डीजे बजा और मौके पर भीड़ जमा हो गई। जुलूस थोड़ी दूर ही बढ़ा था कि कुछ लोगों ने पुरानी घटना को यादकर पुलिस को सूचना दी। जिसके चलते पुलिस ने समय रहते जुलूस को रुकवाया दिया झबरेड़ा में अमन चैन बनाए रखने के लिए कुछ हिंदू संगठनों के लोगों ने थाने पहुंचकर जुलूस निकालने वालों के सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं इस मामले को पुलिस व खुफिया विभाग की लापरवाही करार दिया। हिन्दू संगठन के लोगों ने पुलिस उच्च अधिकारियों से संपर्क कर कार्रवाई की मांग की।