वाशिंगटन। अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी अफगानिस्तान में सीआईए ड्रोन हमले में मारा गया। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा, आतंकवादी समूह के लिए सबसे बड़ा झटका 2011 में इसके संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद से आतंकियों के लिए यह सबसे बुरी खबर साबित होगी। जवाहिरी अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा का सरगना बना था। करीब दो दशक तक चलाए अभियान के बाद अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के 11 महीने बाद एक महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी अभियान में अमेरिका ने यह सफलता हासिल की है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने यह हवाई हमला किया।
मामले से जुड़े पांच लोगों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर इस हमले की पुष्टि की। इससे बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी घोषणा की कि जवाहिरी काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया। उन्होंने इसे ‘‘न्याय’’ के लिए चलाया गया अभियान बताया।
जवाहिरी ए मिस्र के सर्जन, जिनके सिर पर $25 मिलियन का इनाम था, ने 11 सितंबर, 2001 के हमलों में समन्वय करने में मदद की, जिसमें लगभग 3,000 लोग मारे गए थे। अमेरिकी अधिकारियों में से एक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सीआईए ने रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन हमला किया। अमेरिकी अधिकारियों में से एक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सीआईए ने रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन हमला किया।