देहरादून : हाउस कनेक्टिंग चेंबर से डोमेस्टिक वाटर कनेक्शन दिए जाएंगे । यह योजना नॉर्मल स्कीम की तरह बनाई गई है लेकिन हाउस कनेक्टिंग चेंबर (एचसीसी) टेक्नॉलाजी ने स्कीम को खास बनाया है. हाउस कनेक्टिंग चेंबर से कंज्यूमर्स को कनेक्शन दिए जाएंगे. इसके लिए सड़क खोदने की जरूरत नहीं है. एचससी चेंबर हर घर के बाहर लगेंगे. लीकेज व अन्य मेंटेनेंस वर्क के लिए भी एचसीसी चेंबर का ही प्रयोग किया जाएगा. पैरी अरबन योजना के तहत बनाई जा रही ढालवाला सेंसेश टाउन वाटर स्कीम ऋषिकेश वल्र्ड बैंक के वित्तीय सहयोग से संचालित हो रही है. योजना के तहत करीब 1500 एचसीसी बने हैं.
ये पेयजल योजना ढालवाला क्षेत्र की करीब 50 हजार आबादी की प्यास बुझाएगी. ढालवाला क्षेत्र में पानी की बहुत क्राइसिस थी, जिसके बाद सरकार ने इस पायलट प्रोजेक्ट को सबसे पहले ढालवाला में बनाने का निर्णय लिया है. योजना का काम लगभग पूरा होने वाला है. योजना पर 30 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. यदि स्कीम कारगर साबित हुई तो अन्य जगहों पर भी योजना को इम्प्लीमेंट किया जाएगा.
योजना के तहत करीब 1500 हाउस कनेक्टिंग चेंबर का काम पूरा हो गया है. ट्रायल के तौर पर योजना से पानी शुरू किया गया है. योजना की डेडलाइन मार्च 2023 है, लेकिन योजना बनकर तैयार हो गई है. अब तक क्षेत्र में डिजिटल वाटर मीटर के साथ 2750 कनेक्शन कर दिए गए हैं. स्कीम में प्रयुक्त पाइप भी उच्च क्वालिटी के हैं, जो पानी में कभी खराब नहीं होंगे. इन पाइपों पर सेंसर भी लगेंगे, जो वाटर पाइप फटने का संकेत देंगे.
वल्र्ड बैंक यूनिट, पेयजल निगम, देहरादून के सहायक अभियंता जीतमणी बेलवाल ने बताया कि यह स्कीम नॉर्मल स्कीम है, लेकिन दूसरी योजनाओं से काफी अलग है. उन्होंने बताया कि हाउस कनेक्टिंग चेंबर्स टेक्नॉलाजी से बनी इस योजना से कंज्यूमर्स को मेंटेनेंस में हजारों रुपये की बचत होगी. कंज्यूमर्स को सड़क को नहीं खोदना पड़ेगा. मात्र एचसीसी का ढक्कन उठाकर कनेक्शन से लेकर लीकेज व अन्य कार्य कर सकेंगे. आमतौर पर पाइप लाइन लीकेज होने पर सड़क पर जगह-जगह गड्ढे खोदे जाते हंै, जिससे लोगों को कई दिनों तक परेशानियां होती हैं. इससे छुटकारा मिल जाएगा. मेंटेनेंस कम होने से सरकार के भी पैसे की बचत होगी.