भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पन्त को देहरादून से एयरलिफ्ट करते हुए मुंबई लाने का निर्णय लिया और वहां अब इलाज चल रहा है। अब एक और नई खबर यह आई है कि मैदान से बाहर रहने के बाद भी पन्त की सैलरी में कटौती नहीं की जाएगी। उनको जितनी रकम खेलने के लिए मिलनी थी, वह अब भी दी जाएगी।इस साल आईपीएल से बाहर रहने के बाद भी पन्त को दिल्ली कैपिटल्स से सैलरी के पूरे 16 करोड़ रूपये ऋषभ पन्त को मिलेंगे। इतना ही नहीं, बोर्ड भी अपने हिस्से की राशि पन्त को देखा। पन्त को केन्द्रीय अनुबंध के तहत बीसीसीआई से मिलने वाले 5 करोड़ रूपये भी मिलेंगे। ऋषभ पन्त लगभग छह माह तक के लिए मैदान से बाहर रहने वाले हैं। मुश्किल समय में बोर्ड और आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स उनके साथ खड़े हैं।
बीसीसीआई के केन्द्रीय अनुबंध में आने वाले सभी खिलाड़ियों का बीमा होता है। चोट के कारण आईपीएल से खिलाड़ी बाहर होता है, तो उसे बोर्ड की तरफ से पूरा भुगतान किया जाता है। यह बीसीसीआई के नियमों में आता है। पूरा बिल बीमा कम्पनी देती है। इससे खिलाड़ी को काफी राहत मिल जाती है। पन्त के मामले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। मुंबई में ऋषभ पन्त के घुटने के लिगामेंट की सर्जरी हुई है। यह सफल रही है और भारतीय क्रिकेटर अब रेस्ट कर रहे हैं। ठीक होने में अब भी उनको समय लगने वाला है। 30 दिसम्बर को कार दुर्घटना के बाद पन्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देहरादून से उनको मुंबई शिफ्ट किया गया। वहां अब उनका इलाज चल रहा है। बीसीसीआई ने पन्त के इलाज का पूरा जिम्मा अपने कन्धों पर लिया है। हालांकि पन्त अब 6 माह तक टीम इंडिया में नहीं आ पाएंगे। वह हर तरह के क्रिकेट से बाहर हो गए हैं।