देहरादून | जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई का आयोजन किया गया आज जनसुनवाई में 76 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। आज प्राप्त शिकायतों में भूमि कब्जा, अतिक्रमण, शस्त्र लाईसेंस नवीनीकरण, सिंचाई गूल पर अतिक्रमण, पेयजल एवं सीवर कार्यों के उपरान्त सड़क का समतलीकरण किए जाने, आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त परिसर का आंगणन कराने, भारतीय नागरिकता हेतु किए गए आवेदन पर शीघ्र कार्यवाही करने, विद्युत बीजक माफ करने आदि शिकायतें प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी ने जनमानस की समस्या के निस्तारण हेतु प्रत्येक जनसुनवाई तथा तहसील दिवस पर एमडीडीए, नगर निगम, पुलिस सहित सम्बन्धित समस्त विभाग जिनसे सम्बन्धित अधिक शिकायतें प्राप्त होती हैं को तहसील दिवस में भी प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित किया साथ ही वन विभगा के अधिकारियों रोस्टरवार जनसुनवाई में प्रतिभाग करने के निर्देश दिए। साथ समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में जो भूमि अतिक्रमणमुक्त की गई का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रेषित करें। पिछले सप्ताह आयोजित जनसुनवाई में प्राप्त सुश्री मंचल बाला आराघर हरिद्वार रोड की शिकायत जिसमें उन्होंने जलसंस्थान द्वारा पेयजल लाईन बिछोये जाने के दौरान नालिया बन्द होने की शिकायत पर जलसंसथान को निर्देशित किया जाने पर भी निस्तारण न होने तथा शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत को दुबारा लेकर पंहुचने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जल संस्थान के सम्बन्धित अभियन्ता का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। बंजारावाला में पेयजल हेतु खोदी गई सड़क को समतलीकरण करने की शिकायत पर जल संस्थान के अधिकारियें को रोड़ ठीक करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार आशियाना विहार कालोनी टर्नर रोड अतिक्रमण की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एमडीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिकारी एक-दूसरे पर बात न टालें बल्कि त्वरित कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण हटायें। सिंचाई विभाग की गूल पर अतिक्रमण की शिकायत पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों संयुक्त निरीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। शिमला बाईपास पर सड़क निर्माण न होने की शिकायत पर उप जिलाधिकारी सदर एवं नगर निगम के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार मेहूवाला में अतिक्रमण मुक्त की गई भूमि पर पुनः अतिक्रमण किये जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने तथा सम्बन्धित कार्मिक पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही लैण्ड फ्राड करने वालों पर गैंगस्टर लगाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 एस के बरनवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम जगदीश लाल, नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उप जिलाधिकारी सदर नरेश चन्द्र दुर्गापाल, पुलिस अधीक्षक अपराध मिथिलेश, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर सी तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 विद्याधर कापड़ी तहसीलदार सदर सोहन सिंह रांगड़, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित जल संस्थान, पेयजल निगम, विद्युत, समाज कल्याण, एमडीडीए आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।