कोटद्वार: अग्निवीर बनने की चाह रखने वाले यूपी के बागपत के निवासी दो सगे भाईयों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों सेना में भर्ती होना चाहते थे और यूपी में कम ऊंचाई के कारण बाहर हो गए थे। जिसके लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेज बनाए। दोनों को पुलिस ने कोटद्वार में कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेजने के आदेश दिए।
कोतवाल विजय सिंह ने बताया कि बीते 31 अगस्त को सुखरो पट्टी के लेखपाल आशीष केमनी की ओर से एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें प्रवीण कुमार एवं दीपक निवासी ग्राम चंदायन बागपत यूपी की ओर से कोटद्वार के मानपुर से स्थायी निवास प्रमाणपत्र बनाने के लिए आवेदन किया गया। उन्हें उपरोक्त स्थायी निवास पर प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए। जांच के दौरान पता चला कि आवेदकों की ओर से गांव की खतौनी व बिजली के बिलों में छेड़छाड़ कर जनसेवा केंद्र में अपलोड कराए गए थे। सरकारी दस्तावेजों में कूटरचना एवं छेड़छाड़ करने का मामला सामने आने पर उनके खिलाफ धोखाधड़ी व संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसकी जांच उपनिरीक्षक मेहराजुदीन को सौंपी गई। मामला उजागर होने के बाद दोनों सगे भाई प्रवीण एवं दीपक कुमार फरार चल रहे थे।
एसएसपी श्वेता चौबे ने मामले की गंभीरता व संवेदनशीलता के दृष्टिगत फरार आरोपियों पर पांच-पांच हजार रुपये का ईनाम घोषित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की। उनके यूपी के बागपत स्थित आवास और अन्य ठिकानों पर लगातार दबिश दी गई। शुक्रवार को दोनों को सिंबलचौड़ कोटद्वार से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह आर्मी में भर्ती होना चाहते थे। कई बार भर्ती के लिए गए लेकिन ऊंचाई कम होने के कारण हर बार बाहर हो जाते थे। तब उनके मन में ख्याल आया कि उत्तराखंड निवासियों को ऊंचाई में लाभ मिलता है जिसके बाद उन्होंने अपना स्थायी निवास प्रमाणपत्र कोटद्वार से बनाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया।