देहरादून |मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हामी के बाद उत्तराखंड में 22 नए शहरों को बसाने के काम ने भी रफ्तार पकड़ ली है। गढ़वाल मंडल में 12 और कुमांऊ में 10 नए शहर बसाए जाएंगे। पंजाब के न्यू मोहाली की तर्ज पर इन स्थानों का मास्टर प्लान तैयार करते हुए, यहां बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएं।ताकि लोग खुद ही यहां बसने को तैयार हो जाएं।
उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (उडा) की बोर्ड बैठक में 22 नए शहर बसाने के लिए जगहों का चयन किया गया। इसके साथ ही जिला विकास प्राधिकरणों में लिपिकीय कर्मचारियों की भर्ती नियमावली मंजूर की गई। शहरी विकास और आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित उडा की 16वीं बोर्ड बैठक में मौजूदा शहरों में विस्तार की कम संभावना को देखते हुए नए शहरों के विकास पर जोर दिया गया।
इसके लिए उडा के स्तर से पूर्व में गठित स्थल चयनित समिति की रिपोर्ट पर विचार विमर्श करते हुए, इसे मंजूर किया गया। तय किया गया कि पंजाब के न्यू मोहाली की तर्ज पर इन स्थानों का मास्टर प्लान तैयार करते हुए, यहां बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएं। ताकि लोग खुद ही यहां बसने को तैयार हो जाएं। इससे मौजूदा शहरों का अतिरिक्त दबाव कम होगा। अब शासन स्तर पर इस परियोजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
सीएम के निर्देश पर उडा ने नए शहरों के लिए स्थान चयनित करने के लिए पूर्व में छह कमेटियां गठित की थी, जिसमें आवास, टाउन प्लानिंग, जिला विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन की टीमें शामिल थीं। टीम ने गत माह स्थलीय निरीक्षण के बाद रिपोर्ट फाइनल की है।
बैठक के बाद मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि, प्रारंभिक रूप में 22 नए स्थानों को शहर के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया है। जिनमें 12 गढ़वाल मंडल तथा 10 कुमाऊं मंडल में प्रस्तावित हैं।
अग्रवाल ने कहा कि, मौजूदा शहरों के बाहरी इलाकों में नई टाउनशिप परियोजनाएं भी विकसित की जाएंगी। देहरादून में ही ऐसी चार टाउनशिप शुरू की जाएंगी। बैठक में उडा के वार्षिक बजट को भी अनुमोदित किया गया, साथ ही जिला स्तरीय प्राधिकरणों में लिपिक वर्ग और व्यक्तिक सहायक कर्मचारियों की भर्ती के लिए राज्य सरकार की नियमावली को अपनाते हुए अधियाचन भेजने का निर्णय लिया गया। बैठक में सचिव आवास विकास आनन्द वर्द्धन, आवास आयुक्त सुरेन्द्र नारायण पाण्डेय, उपआयुक्त पीसी दुम्का भी उपस्थित रहे।
गढ़वाल – डोईवाला, छरबा, सहसपुर, आर्केडिया, रोशनाबाद, रुड़की, बहादराबाद के पूर्वी क्षेत्र में, कोटद्वार के नजदीक, चिन्यालीसौड हवाई पट्टी के नजदीक, गौचर अलकनंदा तट पर, सिमली के दक्षिण में, भराडीसैण- गैरसैंण।
कुमांऊ – गौलापार (ग्रेटर हल्द्वानी के रूप में), रामनगर के दक्षिण में, नैनी सैनी के नजदीक, अल्मोड़ा, अल्मोड़ा आईटीबीपी कैम्पस, रुद्रपुर, सितारगंज, काशीपुर, जसपुर और बाजपुर।