मसूरी|मसूरी स्थित आईटीबीपी अकादमी के निदेशक एवं महानिरीक्षक पीएस डंगवाल और अन्य अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया।
शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। अकादमी परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया गया। भव्य परेड ने बल के ध्वज को सलामी दी। बल के स्वर्णिम इतिहास को याद किया गया। बताया गया कि चार वाहनियों के साथ देश की उत्तरी सीमाओं की रक्षा का कार्यभार आईटीबीपी ने संभाला। वर्तमान में बल को लद्दाख से कराकोरम पास और अरुणाचल प्रदेश में जेचेप ला तक 3488 किमी की लंबी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। बल हिमालय के उच्च क्षेत्रों में भारत-चीन सीमा पर नौ हजार फीट से 18700 फीट की ऊंचाई पर तैनात है। अकादमी के निदेशक पीएस डंगवाल ने बताया कि हिमवीर माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में भारत की अग्रिम चौकियों में अपने बल के आदर्श वाक्य शौर्य, दृढ़ता, कर्मनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। आतंकवाद और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी अपना अहम योगदान दे रहा है। उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात होने के कारण समय-समय पर आए प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और आपदाओं से बचाने में भी बल अहम योगदान दे रहा है।