
अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य के रिजार्ट पर बुलडोजर से ध्वस्तीकरण को सुबूतों को नष्ट करने की साजिश भी बताया जा रहा है। वनंतरा रिजॉर्ट पर आधी रात को बुलडोजर चलाने को लेकर शुरू से ही सवाल उठे हैं।
विपक्षी कांग्रेस, किसान नेता राकेश टिकैत सहिता अंकिता को न्याय दिलाने के लिए खड़े हुए प्रदर्शनकारियों ने भी बुलडोजर एक्शन पर सवाल खड़े किए थे। आरोप लगाया गया था धामी सरकार ने अंकिता से जुड़े सभी साक्ष्यों को एकत्रित करने से पहले ही रातोंरात रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया था।जांच के लिए गठित एसआईटी ने दावा किया था कि सभी सबूतों को इक्ट्ठा कर लिया गया है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी धामी सरकार से सवाल किया था कि आखिर ऐसे क्या जरूरत आ पड़ी थी कि रिजॉर्ट पर रातोंरात बुलडोजर एक्शन हुआ? रावत का कहना था कि अंकिता को नहर में फेंक दिए जाने की चर्चा शुरू होने के बाद भी स्थानीय पटवारी को छुट्टी क्यों दी गई थी? जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि वनंतरा रिजॉर्ट को उत्तराखंड टूरिज्म के नियमों के तहत पंजीकृत नहीं किया गया है। रिजॉर्ट से संबंधित दस्तावेजों को खंगालने पर यह बात भी सामने आई है कि रिजॉर्ट के लिए ‘एनओसी’ भी नहीं ली गई है।