अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ग्रैंड ओल्ड पार्टी ‘कांग्रेस’ को बड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता पार्टी को अलविदा कहने का मन बना लिया है और वो सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम सकते हैं। प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री नरेश रावल और पूर्व सांसद साजू परमार ने बुधवार को पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक, नरेश रावल और साजू परमार 17 अगस्त को एक सार्वजनिक समारोह में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। नरेश रावल, राज्य के पूर्व उद्योग मंत्री और 2002 के दंगों के दौरान गुजरात विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता भी थे। नरेश रावत 40 साल तक कांग्रेस में रहे और बीते दिनों उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया।
नरेश रावल ने बताया कि मैंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा है। कांग्रेस से मेरे असंतोष के कई कारण हैं… आने वाले दिनों में मैं अपनी शिकायतें मीडिया से साझा करूंगा। मैं 17 अगस्त को भाजपा में शामिल होऊंगा। जबकि पूर्व राज्यसभा सांसद राजू परमार ने अपने इस्तीफे का कारण बताने से इनकार कर दिया और कहा कि मैं जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।
गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने इस्तीफे पर बोलने से इनकार करते हुए दावा किया कि उन्हें अभी तक इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि गुजरात कांग्रेस में जिग्नेश मेवानी के बढ़ते कद से पार्टी के वरिष्ठ नेता नाराज थे, ऐसे में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
परमार ने कहा कि जिग्नेश मेवानी का कद इस तथ्य के बावजूद बढ़ाया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी के लिए अभी तक कुछ नहीं किया है। इसके अलावा राहुल गांधी द्वारा जिग्नेश मेवानी को दी जा रही तरजीद से भी प्रदेश पार्टी के नेता नाराज हैं।